Tuesday, September 4, 2012

Kiran Machhi 8:05 AM , , ,
तेरा जाना दिल को कभी गँवारा ना हुआ,
ऐसा रूठा हमसे फिर कभी हमारा ना हुआ,
बहुत हसरत रही कि तेरे साथ चले हम,
बस तेरी और से ही कभी इशारा ना हुआ,
मौत अच्छी थी जिसने उठाया था मुझको,
जिन्दगी यू तेरा मुझे कभी सहारा ना हुआ.

दिल के सागर में लहरे उठाया न करो

ख्वाब बन कर चुराया न करो
बहुत चोट लगी है मेरे दिल को
तुम ख़्वाबों में आकर यूँ तडपाया न करो
Description: Kavya kanika Hindi Sher
Reviewer: Kiran Machhi
Rating: 4.0
ItemReviewed: Kavya kanika Hindi Sher

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